देश के 9 बड़े विपक्षी नेताओं ने प्रधानमंत्री को पत्र लिख मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी और इस गंदी राजनीति के ख़िलाफ़ अपना विरोध दर्ज किया है। सांसद राघव चड्ढा ने फेसबुक पर पोस्ट जारी कर कहा, भाजपा सरकार द्वारा CBI-ED का दुरुपयोग कर विपक्ष को कुचलने का प्रयास हो रहे है। उन्होंने कहा भाजपा की केंद्र सरकार केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है।
पत्र में आसाम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा पर निशाना साधते हुए लिखा कि भाजपा में शामिल होने वाले विपक्षी नेताओं के खिलाफ धीमी गति से जांच होती है। पत्र में गवर्नर कार्यालय पर चुनी हुई लोकतांत्रिक सरकारों के कार्य में दखल देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, राज्यपाल केंद्र और राज्यों के बीच बढ़ती दरार का कारण बन रहे हैं।
BRS प्रमुख चंद्रशेखर राव, JKNC प्रमुख फारूक अब्दुल्लाह, AITC प्रमुख ममता बनर्जी, NCP प्रमुख शरद पवार और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय एजेंसियों की खराब होती छवि पर गहरी चिंता व्यक्त की। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जांच एजेंसियों की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
बिहार के डिप्टी सीएम और आरजेडी के चेयरपर्सन तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भी केंद्र सरकार पर विपक्ष के नेताओं के खिलाफ छापेमारी करने का विरोध किया।