अमृतसर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के वातावरण को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिए पुराने डीजल ऑटो के स्थान पर इलेक्ट्रिक ऑटो के उपयोग को प्रोत्साहित करने के लिए ‘राही प्रोजेक्ट’ के तहत एक अप्रैल से डीजल ऑटो को चलाने की अनुमति नहीं होगी। ऑटो रिक्शा के प्रदूषण को रोकने और परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए डीजल ऑटों इंपाउंड किए जाएंगे।
नगर निगम अमृतसर के ज्वाइंट कमिश्नर हरदीप सिंह की अध्यक्षता में बुधवार को नगर निगम के विभिन्न विभागों के अधिकारियों और अमृतसर स्मार्ट सिटी के ‘राही प्रोजेक्ट’ के सलाहकारों के साथ बैठक आयोजित की गई। बैठक में शहर में बढ़ते प्रदूषण को रोकने और राही परियोजना को युद्ध स्तर पर लागू करने के लिए विस्तृत चर्चा हुई और बताया गया कि सरकार शहर में पंजीकृत पुराने डीजल ऑटो को बदलने के लिए ई-ऑटो चलाने की योजना बना रही है। राही प्रोजेक्ट के तहत लाभ लेने वाले व्यक्ति को उचित दर पर ई-ऑटो के साथ 1.25 लाख की सब्सिडी का लाभ और पुराने ऑटो के स्क्रैप पर 15 हजार कुल 1.40 लाख का लाभ दिया जाना है।
इसके अलावा, इस योजना के तहत लाभार्थी के परिवार की एक महिला को कौशल विकास योजना के तहत विभिन्न पाठ्यक्रमों में प्रशिक्षण पूरी तरह से नि:शुल्क प्रदान किया जाएगा। सब्सिडी के साथ नकद भुगतान या बैंक ऋण की आसान किश्त देकर इस योजना का लाभ लिया जा सकता है। बैठक में संयुक्त आयुक्त ने उपस्थित अधिकारियों को परियोजना के लक्ष्य को निर्धारित समय में प्राप्त करने के निर्देश दिये क्योंकि इस योजना का लाभ बिना किसी दबाव के 31 मार्च 2023 तक लिया जा सकता है। इसके पश्चात एक अप्रैल 2023 से स्थानीय प्रशासन के सहयोग से शहर में चल रहे ऑटो रिक्शा के प्रदूषण को रोकने और परियोजना को अमलीजामा पहनाने के लिए डीजल ऑटो को इंपाउंड किया जाना है।