अमृतपाल सिंह को लेकर एक और बड़ा हैरानीजनक खुलासा हुआ है। अमृतपाल एस.जी.पी.सी. में एंट्री करने की कोशिश में था। अमृतपाल द्वारा एस.जी.पी.सी. इलेक्शन को लेकर प्लानिंग की जा रही थी। वह अमृत संचार के जरिए अपना वोट बैंक तैयार कर रहा था। खालसा वहीर के जरिए नौजवनों को अपने साथ जोड़ने की कोशिश कर रहा था।
अमृतपाल नौजवानों को टूल की तरह इस्तेमाल कर रहा था। यह भी खुलासा हुआ है कि उसने खालसा वहीर जैसे और कई बड़े स्तर पर प्रोग्राम करने था ताकि ज्यादा से ज्यादा इकट्ठ उसके साथ जुड़ सके। इसका अंदाजा अजनाला कांड से लगाया जा सकता है कि कैसे थाने के बाहर बड़ा इकट्ठा हुआ था।