पंजाब पुलिस ने राज्य में कानून-व्यवस्था को सख्ती से लागू करने के लिए अब संदिग्ध व खराब पृष्ठभूमि वाले लोगों के केसों को खंगालना शुरू कर दिया है। पंजाब के डी.जी.पी. गौरव यादव ने राज्य के सभी पुलिस कमिश्नरों तथा एस.एस.पीज को निर्देश दिए हैं कि जिन लोगों की पृष्ठभूमि संदिग्ध व अपराधों में लिप्त रही है उनके केसों को नए सिरे से खंगाला जाना चाहिए और एस.एच.ओ. स्तर के अधिकारियों को इनकी जांच स्वयं करनी चाहिए।
पुलिस अधिकारियों को आशंका है कि राज्य में आपराधिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के पीछे इन संदिग्ध व आपराधिक छवि वाले तत्वों का हाथ हो सकता है। डी.जी.पी. ने ये निर्देश भी सभी पुलिस अधिकारियों को दिए हैं कि ऐसे संदिग्ध लोगों के केसों की फिर से समीक्षा होनी चाहिए और साथ ही इन लोगों के पुराने चल रहे केसों की जांच स्वयं एस.एच.ओ. स्तर के अधिकारी को अपने हाथों में लेनी चाहिए। इसके साथ-साथ जो जघन्य अपराधों से जुड़े मामले हैं उन्हें भी एस.एच.ओ. अपनी निगरानी में लेकर जांच करें।
पंजाब पुलिस ने अमन-शांति की स्थिति को बनाए रखने के लिए अब अच्छे पुलिस अधिकारियों को हाल ही में फील्ड में उतारा है जिसका उदाहरण अमृतसर में नौनिहाल सिंह को पुलिस कमिश्नर के रूप में तैनात करना है। नौनिहाल सिंह एक सख्त पुलिस अधिकारी माने जाते हैं और मैरिट पर कार्य करते हैं। नौनिहाल सिंह जहां फील्ड में स्वयं जाते हैं वहीं उनका आपराधिक तत्वों पर दबाव भी रहता है।