ब्यास दरिया पर बनेगा पंजाब का पहला केबल ब्रिज

पंजाब में भारत का पहला 800 मीटर लंबा केबल ब्रिज ब्यास दरिया बनने जा रहा है। इस ब्रिज से सिक्स लेन गुजरेगी। ये गोइंदवाल साहिब के धुंधा गांव के पास बनेगा। केबल ब्रिज के जो पिल्लर बनेंगे, इनमें रेस्तरां की गैलरी होगी। निर्माण में 2 साल लगेंगे यानी की श्री दरबार साहिब के दर्शन के लिए जाने वाले देशभर के यात्री इस नए टूरिस्ट स्पॉट का आनंद भी ले सकेंगे। ब्रिज में 7 पिल्लर हैं। तारों के साथ ब्रिज की स्लैब को सहारा मिलेगा। इन पिलरों में लिफ्टें फिट की जाएंगी, जिनके जरिये ऊपर जाकर यात्री दरिया का मनोरम नजारा देख सकेंगे। यहां पर हाइवे के किनारे वे-साइड सुविधा भी रहेगी। केबल ब्रिज निर्माण की वजह इस दरिया में रहने वाली मीठे-ताजे पानी की इंडस वैली डॉल्फिन है। दिल्ली-अमृतसर-जम्मू-कटरा एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के तहत इसका निर्माण होगा, जिसकी मंजूरी मिल चुकी है।

बता दें कि एक्सप्रेस वे प्रोजेक्ट के पहले बायो डायवर्सिटी पर होने वाले असर की स्टडी दिल्ली की फर्म नेबकोंस से करवाई गई थी। पाया गया कि दिल्ली से शुरू होने वाले एक्सप्रेस-वे का 262.456 किमी का रूट पंजाब में आएगा। इसके तहत अमृतसर-कपूरथला के बीच ब्यास दरिया और काली बेईं आती है। ब्यास दरिया की स्टडी के बाद बताया गया ये असंख्य जीव-जंतुओं व पेड़-पौधों का एरिया है। फैसला किया गया है कि दरिया के अंदर न्यूनतम निर्माण करने वाली केबल ब्रिज टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाए। दरिया में डाॅल्फिन की मौजूदगी है।