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*अच्छे बुरे हर कर्म का फल मिलना सुनिश्चित, किसी भी उपाय से इसे मिटाया नहीं जा सकता– ब्रह्म ऋषि विशाल*
*घर में सकारात्मक ऊर्जा के लिए लगाए जीवन ऊर्जा टैक्स रूपी गोलक– ब्रह्म ऋषि विशाल*
*जिस मनोभाव से बने खाना, वही भाव है खाने वाले में आना– ब्रह्म ऋषि विशाल*
*वर्कशॉप के चौथे दिन खानपान के सही ढ़ग के लिए करवाया प्रैक्टिकल*
बटाला 19 सितंबर (सुभाष सहिगल )श्री श्री ज्ञान विकास केंद्र द्वारा महिंद्रा ग्रीनलैंड पैलेस,जेल रोड, गुरदासपुर में आयोजित किए गए खुशहाल जीवन जीने की कला के सात दिवसीय 10 प्लस एक्स्ट्रा वर्कशॉप के चौथे दिन ब्रह्म ऋषि विशाल जी द्वारा आज साधकों को खानपान के सही ढंग के लिए प्रैक्टिकल करवाया गया और बताया गया कि सही ढंग से खाया पिया ही ऊर्जा में तब्दील होता है, सही तरीके से भोजन ना करने पर कई प्रकार की बीमारियों का जन्म होता है ! उन्होंने ग्रहिणियो को हमेशा खुश रहते हुए भोजन बनाने को कहा, क्योंकि जिस भाव से भोजन बनाया जाता है वही भाव खाने वाले में आते हैं उन्होंने मांसाहार को पूर्णता त्यागने के लिए कहा क्योंकि मानव के दांतो व आंतों सहित संपूर्ण शरीर की संरचना मांसाहार के लिए नहीं हुई है। ब्रह्म ऋषि ने कहा कि जीवन में किए गए अच्छे या बुरे कर्म का फल सुनिश्चित है! पाप का पश्चाताप हो सकता है लेकिन किसी भी उपाय से उसके फल को मिटाया नहीं जा सकता।
स्थानीय आयोजक एवं प्रवक्ता संजीव महाजन ने बताया की ब्रहम ऋषि विशाल जी द्वारा आज साधकों को योगासनो एवं 3 स्टेज प्राणायाम और भस्त्रिका प्राणायाम का अभ्यास करवाया गया और साधकों से अपने घरों में जीवन ऊर्जा टैक्स के रूप में गोलक में रोजाना राशि इकट्ठी करने के लिए कहा और यह राशि परिवार, जाति, धर्म को छोड़कर सामाजिक कार्यों में लगाने के लिए कहा उन्होंने कहा इस प्रैक्टिकल से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है।
इस अवसर पर केंद्र से ईशा, विनायक,गौरव, हितेश, करण, राकेश के साथ गुरदासपुर वॉलिंटियर्स टीम से नीतू ,आरती अग्रवाल, शिवानी, सुनीता कुंडल, रितु ,सीमा ग्रोवर, बलविंदर जीत, मोनिका, सीमा, रविंद्र कुंडल, सुनील कुमार, विशाल अग्रवाल, पुरुषोत्तम सिंह, प्रोफेसर प्रवोद ग्रोवर, शक्ति शर्मा, विनोद कुंडल, नीरज शर्मा, प्रीतम चंद, अनिल कुमार, रछपाल सिंह, हंसराज, राजकुमार तथा पठानकोट वॉलिंटियर्स रोजी गुप्ता, रजनी, विजयलक्ष्मी, सरबजीत तूर, छिंदर पाल, गगन सैनी, पंडित चंद्र मोहन शर्मा, सूबेदार सुरेंद्र पाल, पंकज शर्मा, रूपलाल, रमेश शर्मा, संजीव तूर,अजय नैयर, तरसेम शर्मा, सुनील मल्हन, राजीव शर्मा, यशपाल, शशि पाल आदि द्वारा साधकों को सेवाएं उपलब्ध करवाई गई।