अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दिकी ने उनसे अलग रह रही पत्नी आलिया के इन आरोपों का सोमवार को खंडन किया कि उन्होंने बच्चों को छोड़ दिया है। उन्होंने कहा कि वह अब इसलिए बोल रहे हैं क्योंकि वह नहीं चाहते हैं कि उनके बच्चे मीडिया में खेले जा रहे ‘ड्रामा’ को बारे में पढ़े। अभिनेता ने दावा किया कि सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो ‘मनगढंत’ एवं एकतरफा हैं तथा उसका उद्देश्य उनका चरित्र हनन करना है।
अभिनेता ने ट्वीट किया, ‘‘ मेरी खामोशी की वजह से मुझे बुरा मनुष्य समझा जा रहा है। मैं अब तक इसलिए खामोश था क्योंकि मैं जानता हूं यह सारा तमाशा मेरे बच्चे कहीं न कहीं पढ़ेंगे। सोशल मीडिया, प्रेस और कुछ लोग एकतरफा एवं मनगढंत वीडियो के आधार पर मेरे इस चरित्र हरण का खूब आनंद ले रहे हैं।’’ इंस्टाग्राम पर डाले गये विभिन्न वीडियो में आलिया ने दावा किया कि अभिनेता ने उन्हें और बच्चों को घर से निकाल दिया। एक वीडियो क्लिप में इस दंपति की 12 वर्षीय बेटी रोती हुई तथा सात वर्षीय बेटा अपनी मां के साथ खड़ा नजर आता है।
अपने बयान में सिद्दिकी ने कहा कि वह और आलिया साथ नहीं रहते हैं और उनके बीच ‘‘पहले ही तलाक हो चुका है।’’ अभिनेता ने आरोप लगाया कि उनकी पत्नी ऐसी महिला है जिसने चार महीने पहले दुबई में बच्चों को छोड़ दिय था और ‘‘पैसे मांगने’’ के बहाने अब वह उनके पास लौट गयी है। उन्होंने दावा किया कि उनक बच्चे 45 दिनों से स्कूल से दूर रहे हैं। उन्होंने दावा किया, ‘‘ उसने (आलिया ने) इस ड्रामे में बच्चों को घसीट लिया है और वह बस मुझे ब्लैकमेल करने और मेरे छवि बिगाड़ने के लिए यह सब कर रही है। उसकी मंशा मेरा करियर चौपट कर देना और अपनी अवैध मांगें पूरी करवाना है।’’
अभिनेता ने कहा कि आज वह जो भी कमा रहे हैं, वह बच्चों के लिए है। उन्होंने कहा , ‘‘ मैं शोरा और यानी से प्यार करता हूं और उनके कल्याण एवं भविष्य को सुरक्षित रखने के लिए मैं किसी भी हद तक जाऊंगा। मेरा न्यायपालिका पर विश्वास बना रहेगा।’’ पिछले महीने बंबई उच्च न्यायालय ने सुझाव दिया था कि सिद्दिकी और उनकी पत्नी अपने दो नाबालिग बच्चे से जुड़े मतदभेद मिल-बैठ कर सुलझाने का प्रयास करें।