श्री काली माता मन्दिर पटियाला में नवरात्रो की महाष्टमी को प्रथम पूजन श्री शिव शक्ति सेवा दल लंगर चेरिटेबल ट्रस्ट के पमुख ट्रस्टी, श्री हिन्दू तख्त के धर्माधीश व् श्री काली माता मंदिर पटियाला, माँ कामाख्या देवी आसाम एवं माँ ज्वाला देवी मन्दिर हिमाचल के पीठाधीश्वर जगद्गुरु भुवनेश्वरी नन्द गिरि जी महाराज जूना अखाड़ा उत्तराधिकारी ब्रह्मलीन जगद्गुरु पंचानंद गिरि जी महाराज ने किया यह पूजन नवरात्रो की सप्तमी की रात और महाष्टमी के प्रातः को पुरे विधि विधान से मन्दिर में किया गया इससे पहले यह पूजन ब्रह्मलीन जगद्गुरु पंचानंद गिरि जी महाराज करते थे और उसी गद्दी की परम्परा के अनुसार यह सारा बलि पूजन भी जगद्गुरु भुनेश्वरी नन्द गिरि जी महाराज ने किया जगद्गुरु माता जी वो सारा अगर हम प्राचीन समय की बात करें तो जब महाराजा भूपिंदर सिंह द्वारा मन्दिर बनवाया तो पुरे तंत्र विधान से बनवाया था और उत्तर भारत का सबसे बड़ा यह वाममार्गीय मन्दिर है इस लिए जो भी भक्त माँ भगवती से कुछ भी मन्न्त मांगते है तो पूरी होने के बाद अपनी श्रद्धा अनुसार मन्दिर में अनेको तरह के चढ़ावा व् प्रसाद चढ़ाए जाते है जैसे की पोशाक, मुर्गा, बकरा, पंचमेवा, फल,मिठाई चढ़ाया जाता है नवरात्रो मेले के इलावा शनिवार व् रविवार को माता जी मन्दिर भक्तों का ताँता लगा रहता है मन्दिर श्री शिव शक्ति सेवा दल लंगर चेरिटेबल ट्रस्ट द्वारा सारा साल भंडारा भी चलाया जाता है